टमाटर की खेती
टमाटर की खेती | Tamater ki kheti kaise kare | tomato farming | tomato plant care
आज की इस पोस्ट में मैं आपको टमाटर की खेती के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूँ |
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इस पोस्ट में मैंने आपको इस टॉपिक पर जानकारी प्रदान की है:-
टमाटर की खेती
टमाटर की खेती करें
टमाटर की जलवायु
टमाटर की उन्नत खेती
टमाटर की उन्नत किस्मे
टमाटर की बुवाई करें
टमाटर की फसल
टमाटर किस मिटटी में उगाए
टमाटर की खेती
टमाटर की खेती करें
टमाटर की जलवायु
टमाटर की उन्नत खेती
टमाटर की उन्नत किस्मे
टमाटर की बुवाई करें
टमाटर की फसल
टमाटर किस मिटटी में उगाए
जलवायु:-
टमाटर की फसल पाला को सहन नहीं कर सकता है, टमाटर की खेती के लिया सबसे अच्छा टेम्प्रेचर 20 से ३० डिग्री सेंटीग्रेट तापमान सबसे अच्छा माना गया है |
४० डिग्री से ज्यादा तापमान टमाटर की खेती के लिए सही नहीं माना जाता है|
टमाटर का पौधा ज्यादा ठंडी में सही से विकास नहीं कर पाता है | न्यूंतम तापमान १० डिग्री होना चाहिए |
ज्यादा पानी और सूखे में टमाटर का पौधा नहीं चलता है , टमाटर के खेत का चुनाव करते समय आपको इस बात का ध्यान रखे की उस खेत में पानी का भराव न हो खेत को समतल बना कर ही टमाटर का पौधा लगाए | सूखे की स्थिति में टमाटर का पौधे का फल फैट जाता है |
मिटटी:-
टमाटर की फसल पाला को सहन नहीं कर सकता है, टमाटर की खेती के लिया सबसे अच्छा टेम्प्रेचर 20 से ३० डिग्री सेंटीग्रेट तापमान सबसे अच्छा माना गया है |
४० डिग्री से ज्यादा तापमान टमाटर की खेती के लिए सही नहीं माना जाता है|
टमाटर का पौधा ज्यादा ठंडी में सही से विकास नहीं कर पाता है | न्यूंतम तापमान १० डिग्री होना चाहिए |
ज्यादा पानी और सूखे में टमाटर का पौधा नहीं चलता है , टमाटर के खेत का चुनाव करते समय आपको इस बात का ध्यान रखे की उस खेत में पानी का भराव न हो खेत को समतल बना कर ही टमाटर का पौधा लगाए | सूखे की स्थिति में टमाटर का पौधे का फल फैट जाता है |
मिटटी:-
टमाटर की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी या चिकनी बलुई दोमट मिटटी सबसे अच्छी मानी गयी है | खेत में जल निकासी की व्यवस्था सही से होनी चाहिए ताकि पानी का भराव न हो | मिटटी में पर्याप्त मात्रा में जीवाश्म उपस्थित होने चाहिए |
पी.एच. 5.5 से 6.8 के बीच में होना चाहिए |
जिस मिटटी में पर्याप्त पोशाक तत्त्व के साथ अम्लीयता पायी जाती हो वो मिटटी टमाटर की खेती के लिए सबसे अच्छी मानी गयी है |
टमाटर की उन्नत किस्मे :-
पी.एच. 5.5 से 6.8 के बीच में होना चाहिए |
जिस मिटटी में पर्याप्त पोशाक तत्त्व के साथ अम्लीयता पायी जाती हो वो मिटटी टमाटर की खेती के लिए सबसे अच्छी मानी गयी है |
टमाटर की उन्नत किस्मे :-
वैसे तो टमाटर की बहुत सारी प्रजातियां और किस्मे पायी जाती है लेकिन मैं आपको कुछ अच्छे किस्मो के बारे में बता रहा हूँ :-
शंकर किस्मे:- पूसा हाइब्रिड -1, पूसा हाइब्रिड -2, पूसा हाइब्रिड-4, रेड गोल्ड , अविनाश , अविनाश-2 , 2535- उत्सव , चमत्कार , यू. एस.-440 |
देशी किस्मे:- पूसा रूबी , पूसा गौरव , पूसा -120 , पूसा शीतल , अर्का विकास , अर्का सौरभ , सोनाली।
बुवाई:-
बुवाई का सही समय:-
जून - जुलाई (खरीफ)
अक्टूबर-नवंबर (रबी)
फरवरी (जायद )
अक्टूबर-नवंबर (रबी)
फरवरी (जायद )
नोट :- ठंडी जगहों पर अक्टूबर नवंबर में टमाटर की बुवाई करें।
बीज मात्रा:-
बीज मात्रा:-
एक हेक्टेयर में फसल के लिए अगर आप नर्सरी तैयार करना चाहते है तो 350 ग्राम से 400 ग्राम प्रति हेक्टेयर बीज की बुवाई करें।
शंकर किस्मों के लिए आप 250 ग्राम प्रति हेक्टेयर बुवाई करें।
टमाटर के फूल झड़ने की समस्या:-
१. पोषक तत्वों की कमी से भी टमाटर में फूल झाड़ सकते हैं , इसलिए मिटटी में पोषक तत्वों की कमी न होने दे|
२. नमी की कमी:- अगर मिट्टी में नमी नहीं रहेगी तो भी टमाटर के फूल झाड़ जाते हैं|
३. अधिक कीटनाशकों का प्रयोग करने फूल झड़ते है |
४. फूल आने पर सिचाई करना |
५. जलवायु कारण :- अधिक वर्षा , आंधी, तूफ़ान , तेज हवा से भी जाते हैं |
शंकर किस्मों के लिए आप 250 ग्राम प्रति हेक्टेयर बुवाई करें।
टमाटर के फूल झड़ने की समस्या:-
१. पोषक तत्वों की कमी से भी टमाटर में फूल झाड़ सकते हैं , इसलिए मिटटी में पोषक तत्वों की कमी न होने दे|
२. नमी की कमी:- अगर मिट्टी में नमी नहीं रहेगी तो भी टमाटर के फूल झाड़ जाते हैं|
३. अधिक कीटनाशकों का प्रयोग करने फूल झड़ते है |
४. फूल आने पर सिचाई करना |
५. जलवायु कारण :- अधिक वर्षा , आंधी, तूफ़ान , तेज हवा से भी जाते हैं |
उम्मीद करता हूँ की यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी , अगर आपका कोई शिकायत/सुझाव तो कमेंट करके जरूर बताएं , आपका सुझाव हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है|
दोस्तों यूट्यूब पर हमारा चैनल है आप वहा पर जाकर खेती किसानी सम्बंधित वीडियो देख सकते है:- Srj kheti
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